All India tv news। उत्तराखंड के अतिथि शिक्षक अपने सुरक्षित भविष्य को लेकर 2 अगस्त से आंदोलन करेंगे। उत्तराखंड शिक्षा विभाग में हुए तबादलों के बाद लगभग 2000 अतिथि शिक्षक प्रभावित हुए हैं। साथ ही उन्हें जून माह का वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। ये अतिथि शिक्षक विगत 09 वर्षों से शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अतिथि शिक्षक आंदोलन करने को मजबूर हैं।
राज्य के अतिथि शिक्षकों के अनुसार माध्यमिक विद्यालयों में हुए स्थानांतरण के चलते राज्य में 2000 से अधिक अतिथि शिक्षक प्रभावित हो गए हैं। अतिथि शिक्षक संगठन द्वारा अपने सुरक्षित भविष्य को लेकर कई बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत से मुलाकात कर अपनी समस्या रखी गई । उनके द्वारा केवल आश्वासन ही दिया गया। जिसकी वजह से अतिथि शिक्षक अपने सुरक्षित भविष्य की मांग को लेकर आगामी 02 अगस्त से आंदोलन करेंगे।
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि अभी पहले से नियुक्त अतिथि शिक्षकों का ही भविष्य सुरक्षित नहीं है और सरकार 1000 और नये अतिथि शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है। जबकि उनका कहना है कि सरकार रोजगार देने के नाम पर केवल शोषण कर रही है। यदि राज्य सरकार और शिक्षा विभाग अतिथि शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जल्दी से कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तो अतिथि शिक्षक उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगें और इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार व शिक्षा विभाग की होगी।