All India tv news। उत्तराखंड में कफ सिरप के सेवन से बच्चों की मौत के मामले को लेकर हड़कंप मच गया है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में दूषित कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत की खबरों के बाद उत्तराखंड सरकार ने सभी जिलों के मेडिकल स्टोरों से कफ सिरप के सेम्पल लेना शुरू कर दिया है।
एफडीए की कार्रवाई :-
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने राज्यभर में कफ सिरप की सैंपलिंग शुरू कर दी है। अपर आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन एवं ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह ने बताया कि सभी औषधि निरीक्षक चरणबद्ध तरीके से प्रदेश भर के मेडिकल स्टोरों में कफ सिरप की सैंपलिंग करेंगे।
स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी :-
स्वास्थ्य विभाग ने दो साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप न देने और चार साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप देने में एहतियात बरतने की गाइडलाइन जारी की है। डॉक्टरों से प्रतिबंधित कफ सिरप न लिखने की अपील की गई है।
सीएम धामी का बयान :-
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा और जनता के स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हों और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी ।
कफ सिरप पर रोक :-
केंद्र सरकार ने जिन कफ सिरप पर रोक लगाई है, उनमें डेक्सट्रोमेथोर्फन, फिनाइलफ्राइन, हाइड्रोक्लोराइड और इनसे तैयार किए गए कॉम्बिनेशन शामिल हैं। डॉक्टरों और मेडिकल स्टोर संचालकों को इन सिरपों को न लिखने और न बेचने के निर्देश दिए गए हैं।