All India tv news। अल्मोड़ा के नंदा देवी मंदिर में भाद्रपद मास के अवसर पर नंदा-सुनंदा पूजा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें श्रद्धा और संस्कृति का संगम देखने को मिल रहा है। यह पर्व स्त्री शक्ति और बहनत्व का प्रतीक है, जिसमें भक्त डोला और छंतोली सजाकर पहुंचते हैं और मंदिर में भजन कीर्तन और लोकनृत्य होते हैं।
मंदिर का महत्व और इतिहास :-
नंदा देवी मंदिर का निर्माण चंद राजाओं द्वारा किया गया था और यह मंदिर शक्ति, संस्कृति और श्रद्धा का पवित्र स्थल है। देवी की मूर्ति शिव मंदिर के डेवढ़ी में स्थित है और स्थानीय लोगों द्वारा बहुत सम्मानित है। हर वर्ष सितंबर महीने में नंदा देवी महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, जो अल्मोड़ा की पहचान बन चुका है।
नासा की दिलचस्पी :-
नंदा देवी मंदिर की शक्ति और ऊर्जा ने नासा जैसे वैज्ञानिक संगठनों को भी आकर्षित किया है। कसार देवी मंदिर की तरह ही नंदा देवी मंदिर में भी अद्वितीय चुंबकीय शक्ति पाई जाती है, जो मानव मस्तिष्क और प्रकृति पर प्रभाव डाल सकती है।
विसर्जन यात्रा :-
आज मां नंदा सुनंदा को डोली के साथ विसर्जित किया जाएगा, जिसमें हजारों भक्त शामिल होंगे। यह पूजा धार्मिक अनुष्ठान के साथ सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। नंदा देवी मेला 200 से अधिक वर्षों तक इस मंदिर का अभिन्न हिस्सा रहा है और हर वर्ष हजारों श्रद्धालु यहाँ दर्शन के लिए आते हैं।