All India tv news। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ दी गई खुली छूट के बाद, सतर्कता विभाग (विजिलेंस) ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। विजिलेंस देहरादून की टीम ने बहादराबाद के खंड शिक्षा अधिकारी बृजपाल सिंह राठौड़ को ₹20,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार, BEO बृजपाल सिंह राठौड़ ने पुलिस मॉडर्न स्कूल 40वीं वाहिनी पीएसी के नवीनीकरण और मान्यता प्राप्त आदि कार्यों के एवज में रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने के बाद, विजिलेंस टीम ने जाल बिछाया और उन्हें विकास भवन रोशनाबाद स्थित कार्यालय से 20,000 रुपये लेते हुए रंगेहाथों दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद, राठौड़ को वैधानिक कार्यवाही के लिए देहरादून ले जाया गया है।
मुख्यमंत्री की सख्ती और विजिलेंस का अभियान :-
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यभार संभालने के बाद से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' (Zero Tolerance) की नीति अपनाई हुई है। उन्होंने विजिलेंस को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए पूरी तरह स्वतंत्र कर दिया है। इसी का परिणाम है कि राज्य में विजिलेंस ट्रैप और गिरफ्तारियों की संख्या में साल दर साल वृद्धि देखी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आरोपी अधिकारियों को अंतिम फैसला आने तक पूर्व के दायित्व या अहम जिम्मेदारी न दी जाए, साथ ही अभियोजन की प्रक्रिया में भी तेजी लाई जाए।
शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर :-
धामी सरकार ने देवभूमि उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के अपने प्रयास में जनता से सहयोग मांगा है। सतर्कता विभाग ने भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतें दर्ज कराने के लिए टोल फ्री नम्बर 1064 जारी किया है।
मुख्यमंत्री धामी का कहना है, "उत्तराखण्ड में ईमानदार शासन व्यवस्था हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी व्यक्ति के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
विजिलेंस की इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है और यह संदेश गया है कि प्रदेश में भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं जाएगा।

