रामनगर। उत्तराखंड के रामनगर में स्थित गर्जिया देवी मंदिर के टीले में दरार आ गई है, जो की निरंतर ही बढ़ती जा रही है लेकिन इसकी सूचना मंदिर समिति ने शासन प्रशासन को भी दे दी है लेकिन अभी तक मंदिर को बचाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
यह विश्व प्रसिद्ध मंदिर नैनीताल जिले के रामनगर में कोसी नदी के बीचो-बीच एक पहाड़ी के टीले पर स्थित है, मान्यता यह है कि यह मंदिर गिरिराज पुत्री गिरिजा देवी का है, जिनकी पूजा माता पार्वती के रूप में की जाती है। यह मंदिर इतना पौराणिक और विश्व प्रसिद्ध है कि इसका जिक्र स्कंद पुराण में भी किया गया है, लेकिन इस मंदिर का अस्तित्व ही खतरे में पढ़ चुका हैं, यहां के स्थानीय लोग गिरिजा माता को अपनी कुलदेवी के रूप में भी पूजतें हैं।
लेकिन अब मंदिर की हालात ऐसे बने हुए हैं कि यह पहाड़ी कभी भी दरक कर नीचे गिर सकती है, मंदिर के पुजारी जितेंद्र पांडे ने कहा कि मंदिर की सुरक्षा पर अभी तक शासन प्रशासन की तरफ से कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है, उधर रामनगर के विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने भी कहा कि मंदिर में आई दरार से वह भी चिंतित हैं, और इसकी सूचना उन्होंने तुरंत ही सरकार तक को दे दी है, सरकार की तरफ से इस पर जल्दी ही कार्रवाई शुरू हो सकती है। उधर अधिशासी अभियंता नारायण ने भी कहा कि मंदिर का अस्तित्व खतरे में पढ़ चुका है मंदिर में दरारें काफी तीव्र गति से बढ़ती जा रही है।
2021 में आई बाढ़ से मंदिर में काफी दरारें पड़ चुकी हैं, तब से ही अब मंदिर की हालत काफी चिंताजनक हो गयी है।