ALL INDIA TV NEWS।उत्तराखंड के चमोली जिले के एक युवक को पंजाब में बंधुआ मजदूर बनाए जाने का मामला सामने आया था, जिसमें अब जाकर राहत मिली है। पंजाब की एक सामाजिक संस्था के सहयोग से युवक को बंधुआ मजदूरी से मुक्त कर उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
क्या था मामला?
चमोली जिले के नारायणबगड़ के कौब गांव के रहने वाले राजेश को 15 साल की उम्र में घर छोड़ने के बाद पंजाब के एक गौशाला में काम करने के लिए ले जाया गया था। वहां उसे गौशाला मालिक ने बंधुआ मजदूर बनाकर रखा था और काम नहीं करने पर उसकी पिटाई की जाती थी।
सामाजिक संस्था ने दिलाई आजादी:–
एक वीडियो वायरल होने के बाद सामाजिक संस्था ने इस मामले का संज्ञान लिया और राजेश को गौशाला मालिक के चंगुल से छुड़ाया। इसके बाद संस्था ने राजेश को उसके परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने पंजाब पहुंचकर राजेश से मुलाकात की और अपने बेटे को सकुशल वापस पाने पर खुशी जताई।
प्रशासन की कार्रवाई:–
थराली एसडीएम पंकज भट्ट ने कौब गांव पहुंचकर मामले की जानकारी ली और बताया कि बंधक बनाए गए चमोली के युवक को पंजाब की सामाजिक संस्था ने जरूरी पूछताछ के बाद परिजनों को सौंप दिया है। इस मामले में राज्यपाल गुरमीत सिंह ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक से वार्ता कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे ।