All India tv news। उत्तरकाशी जिले के रवाई जौनपुर डामटा के भौंति गांव के रहने वाले आलोक नेगी पुत्र सूरत सिंह नेगी को उनके अदम्य साहस के लिए 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वीरता पदक से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें ऑपरेशन सिंदूर में उनकी बहादुरी के लिए दिया गया है।
ऑपरेशन सिंदूर में आलोक नेगी की बहादुरी :-
ऑपरेशन की जानकारी : आलोक नेगी ने 53वीं बटालियन BSF के सहायक कमांडेंट के रूप में कांस्टेबल जीडी कंदर्प चौधरी और वाघमारे भवन देवराम के साथ मिलकर 7 से 10 मई 2025 तक एफडीएल मुखयारी में दुश्मन की भीषण गोलाबारी के दौरान असाधारण साहस दिखाया।
सटीक जवाबी हमले : आलोक नेगी ने रक्षात्मक कार्यवाही का नेतृत्व करते हुए कर्मियों और मोर्टार हथियारों को फिर से तैनात किया और प्रमुख दुश्मन चौकियों पर सटीक जवाबी हमले का समन्वय किया।
48 घंटे तक जवाबी कार्यवाही : BSF के जांबाजों ने लगातार 48 घंटे तक दुश्मन की चौकियों पर गोलीबारी कर जवाबी कार्यवाही की, जिससे पाकिस्तानी सेना को 48 घंटे के भीतर घुटनों पर आना पड़ा।
इस वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए आलोक नेगी को वीरता पदक से सम्मानित किया गया है। ऑपरेशन सिंदूर में शामिल 16 BSF जवानों को वीरता पदक दिए गए हैं।