All India tv news। उत्तराखंड के चकोड़ी गाँव के रहने वाले 78 वर्षीय नारायण सिंह मेहरा और उनकी 70 वर्षीय पत्नी नंदा देवी ने अपने अथक प्रयासों से एक बंजर पहाड़ी को हरे-भरे जंगल में बदल दिया है। इस दंपति ने साल 1996 में पेड़ लगाना शुरू किया था और आज उनके बनाए हुए जंगल में हजारों पेड़-पौधे हैं।
बंजर जमीन को हरा-भरा जंगल बनाया :-
नारायण सिंह मेहरा और नंदा देवी ने जिस पहाड़ी पर जंगल बनाया है, वहां पहले एक बंजर जमीन के अलावा कुछ भी नहीं था। लेकिन आज वहां एक हरा-भरा घना जंगल है। यह दंपति अपने बनाए हुए जंगल का अपने बच्चे की तरह देखभाल करता है।
आग बुझाने के लिए करते हैं संघर्ष :-
जब-जब आस-पास के जंगलों में आग लगती है, तब यह दंपति उस आग को बुझाने के लिए पूरी कोशिश करता है। नंदा देवी बताती हैं कि कई बार तो ऐसा भी हुआ कि पेड़ों की आग बुझाते वक्त हम खुद भी झुलस गए, लेकिन हमारा एक ही मकसद रहता है पेड़ों की रक्षा करना।
प्रेरणादायक उदाहरण :-
नारायण सिंह मेहरा और नंदा देवी की कहानी उन लोगों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है जो पर्यावरण संरक्षण और वृक्षारोपण के लिए काम करना चाहते हैं। उनकी मेहनत और लगन की वजह से आज उनका बनाया हुआ जंगल एक हरे-भरे जंगल के रूप में विकसित हो गया है।
Follow us on👇



