All India tv news। उत्तराखंड में हो सकती है 189 अटल उत्कृष्ट विद्यालयों की सीबीएसई से संबद्धता समाप्त । उत्तराखंड सरकार, राज्य के अटल उत्कृष्ट स्कूलों को फिर से पुरानी व्यवस्था के मुताबिक चलाने की तैयारी में है। शिक्षा सचिव रविनाथ रामन का कहना है कि उत्तराखंड बोर्ड के विद्यालयों को सीबीएसई बोर्ड के अनुसार चलाने का अनुभव सही नहीं रहा। शिक्षा निदेशालय से इन विद्यालयों को फिर से उत्तराखंड बोर्ड में परिवर्तित करने के लिए मांग की गई है।आपको बता दें कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2021 में उत्तराखंड राज्य के हर विकासखंड के दो विद्यालयों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में चुनते हुए उन्हें सीबीएसई बोर्ड से मान्यता दिलवाते हुए इनमें अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू कराई गई थी। इन स्कूलों में स्क्रीनिंग परीक्षा के माध्यम से शिक्षकों की तैनाती की गई थी।परंतु आज भी अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में शिक्षकों के 333 पद रिक्त हैं। जिसमें प्रवक्ताओं के 243 पद एवम एलटी सहायक अध्यापक के 90 पद रिक्त हैं।
वहीं दूसरी ओर अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के लिए चुने गए शिक्षकों के लिए विभाग ने यह व्यवस्था बनाई थी कि जो शिक्षक सुगम क्षेत्र के अटल उत्कृष्ट स्कूल में तैनात है, उसकी एक साल की सेवा को दुर्गम क्षेत्र में एक साल की सेवा माना जाएगा। ठीक इसके विपरीत दुर्गम क्षेत्र के अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में तैनात शिक्षक की एक साल की सेवा को दुर्गम क्षेत्र की दो साल की सेवा माना जाएगा। जिसके कारण इन विद्यालयों में पहले से ही सेवारत शिक्षक और बाद में स्क्रीनिंग परीक्षा से चयनित होकर आए शिक्षकों के सामने दोहरी व्यवस्था बनी है। साथ ही इन विद्यालयों का 10वीं और 12वीं का वर्ष 2022-23 का बोर्ड रिजल्ट भी अच्छा नहीं रहा है।
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