All India tv news। उत्तराखंड की राशन दुकानों में नमक की गुणवत्ता को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। ताजा मामले में, मसूरी और रुद्रप्रयाग में छापेमारी के दौरान नमक में मिलावट की पुष्टि हुई है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि नमक के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया :-
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेत मिश्रित नमक से जुड़ी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं। आयुक्त खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति चंद्रेश कुमार ने बताया कि नमक के नमूनों की नियमित जांच कराई जाएगी और खाद्य विभाग की ओर से पूर्ण गुणवत्ता का आयोडाइज्ड नमक वितरित किया जा रहा है।
छापेमारी और जांच :-
देहरादून में 19 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर एक साथ छापेमारी की गई और नमक के सैंपल लिए गए। इन सैंपलों को जांच के लिए देहरादून स्थित खाद्य प्रयोगशाला में भेज दिया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना :-
उत्तराखंड सरकार ने जून 2024 से "मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना" शुरू की है, जिसके तहत एनएफएसए के राशन कार्ड धारकों को 1 किलो आयोडाइज्ड नमक मात्र 8 रुपये में उपलब्ध कराया जा रहा है। सरकार का उद्देश्य गरीब परिवारों को उच्च गुणवत्ता वाला नमक प्रदान करना है।
आगे की कार्रवाई :-
अब देखना यह है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद सरकार क्या कार्रवाई करती है। फिलहाल, प्रशासन ने सभी राशन दुकानों में नमक की जांच शुरू कर दी है और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।