All India tv news। उत्तराखंड क्रांति दल ने राज्य में लंबे समय से चल रहे राजकीय शिक्षकों के आंदोलन को पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया है। दल का कहना है कि सरकार की अड़ियल रवैये के कारण शिक्षकों की मांगों का समाधान नहीं हो पा रहा है, जिससे राज्य की शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
मुख्य मांगें :-
प्रधानाचार्य और हेडमास्टर के पदों पर सीधी भर्ती संबंधी विज्ञप्ति निरस्त करने की मांग : उत्तराखंड क्रांति दल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की है कि प्रधानाचार्य और हेडमास्टर के पदों पर सीधी भर्ती संबंधी विज्ञप्ति तत्काल निरस्त की जाए और रिक्त पदों को पदोन्नति के आधार पर भरा जाए।
ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल करने की मांग : दल ने शिक्षकों से वादा किया है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो प्रधानाचार्य और हेडमास्टर के सभी पद पदोन्नति से भरे जाएंगे और ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल करने की मांग पूरी करने का प्रयास किया जाएगा।
शिक्षकों की समस्याएं :-
प्रधानाचार्य और हेडमास्टर के पदों पर रिक्तियां : राज्य में करीब 1150 प्रधानाचार्य पदों में से 1100 से अधिक और 950 हेडमास्टर पदों में से 800 से ज्यादा रिक्त पड़े हैं।
वेतन भुगतान की समस्या : कार्यवाहक प्रधानाचार्यों और हेडमास्टरों के इस्तीफों से प्रदेश भर में दो महीनों से वेतन भुगतान तक बाधित है।
उत्तराखंड क्रांति दल का समर्थन :-
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत ने शिक्षक संघ के आंदोलन को समर्थन का पत्र जारी किया है। दल ने शिक्षकों से अपील की है कि वे 2027 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी का समर्थन करें और उनकी सरकार बनने पर शिक्षकों की मांगों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।