All India tv news। पटना के बापू सभागार में 5 सितंबर को टीचर्स डे के अवसर पर एक ऐतिहासिक घटना घटी, जब खान सर ने बिहार के सभी शिक्षकों को एक मंच पर बुलाया। इस अवसर पर बिहार के 1 लाख से भी ज्यादा बच्चे अपने पसंदीदा शिक्षक खान सर से मिलने आए। यह आयोजन न केवल टीचर्स डे के महत्व को दर्शाता है, बल्कि खान सर की लोकप्रियता को भी उजागर करता है।
खान सर की लोकप्रियता:-
खान सर, जिनका असली नाम नहीं बताया गया है, बिहार में एक जाना-माना नाम है। उनकी शिक्षा के अनोखे अंदाज और छात्रों के प्रति समर्पण ने उन्हें लाखों छात्रों के दिलों में बसा दिया है। वह न केवल एक शिक्षक हैं, बल्कि छात्रों के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी हैं।
टीचर्स डे का महत्व :-
टीचर्स डे भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर मनाया जाता है। इस दिन को शिक्षकों के सम्मान और उनके योगदान को पहचानने के लिए मनाया जाता है। खान सर के कार्यक्रम में डॉ. राधाकृष्णन के पोते की उपस्थिति ने इस अवसर को और भी विशेष बना दिया।
खान सर की शिक्षा पद्धति :-
खान सर की शिक्षा पद्धति अद्वितीय है। वह अपने छात्रों को न केवल विषय की जानकारी देते हैं, बल्कि उन्हें जीवन के मूल्यों और नैतिकता के बारे में भी सिखाते हैं। उनकी कक्षाओं में छात्रों की संख्या हमेशा अधिक रहती है, जो उनके प्रति छात्रों के आकर्षण को दर्शाता है।
बिहार के लिए एक ब्रांड :-
आजकल खान सर बिहार के लिए एक ब्रांड बन चुके हैं। उनकी लोकप्रियता और प्रभाव इतना अधिक है कि वह न केवल छात्रों, बल्कि पूरे समाज के लिए एक आदर्श बन गए हैं। उनके द्वारा संचालित कोचिंग संस्थान, खान जीएस रिसर्च सेंटर, में छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान की जाती है।