All India tv news। भगवान गणेश को हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता माना जाता है, और उनकी पूजा-अर्चना करने से भक्तों को विशेष फल प्राप्त होता है। भगवान गणेश को दूर्वा और मोदक चढ़ाने का विशेष महत्व है, जो उनकी पूजा का एक अभिन्न अंग है।
दूर्वा चढ़ाने का महत्व :-
भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाने से उन्हें विशेष प्रसन्नता होती है। दूर्वा एक प्रकार की घास है जो भगवान गणेश को अत्यंत प्रिय है। पुराणों के अनुसार, भगवान गणेश ने अनलासुर नामक राक्षस को निगल लिया था, जिससे उनके पेट में जलन होने लगी थी। कश्यप ऋषि ने उन्हें दूर्वा चढ़ाई, जिससे उनकी पेट की जलन शांत हो गई। तब से भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई।
मोदक चढ़ाने का महत्व :-
भगवान गणेश को मोदक भी अत्यंत प्रिय है। मोदक एक प्रकार का मीठा पकवान है जो भगवान गणेश को चढ़ाया जाता है। पद्मपुराण के अनुसार, भगवान गणेश और कार्तिकेय के बीच एक बार विवाद हुआ था कि कौन पहले पूजा का अधिकारी है। तब माता पार्वती ने कहा कि जो पहले त्रिलोक की तीर्थयात्रा पूरी करेगा, वही पूजा का अधिकारी होगा। कार्तिकेय अपने वाहन मयूर पर सवार होकर यात्रा पर निकल पड़े, जबकि भगवान गणेश ने अपने माता-पिता की परिक्रमा की और मोदक प्राप्त किया। इससे भगवान गणेश की माता-पिता के प्रति भक्ति का महत्व समझ में आता है।
पूजा का महत्व :-
भगवान गणेश की पूजा करने से भक्तों को विशेष फल प्राप्त होता है। उनकी पूजा से बुद्धि, ज्ञान और विवेक की प्राप्ति होती है। भगवान गणेश को दूर्वा और मोदक चढ़ाने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है और भक्तों के सभी विघ्न दूर हो जाते हैं।
निष्कर्ष :-
भगवान गणेश की पूजा करने से भक्तों को विशेष फल प्राप्त होता है। दूर्वा और मोदक चढ़ाने का विशेष महत्व है, जो उनकी पूजा का एक अभिन्न अंग है। भगवान गणेश की पूजा करने से बुद्धि, ज्ञान और विवेक की प्राप्ति होती है और सभी विघ्न दूर हो जाते हैं।
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