यूपीएससी क्रैक कर IPS बने बकरियां चराने वाले के बेटे बिरुदेव, पुलिस के FIR न लिखने पर लिया था फैसला।

 


 All India tv news। महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के कागल तहसील के यमगे गांव के रहने वाले एक धनगर (चरवाहा) परिवार के बेटे बिरुदेव सिद्धाप्पा ढोणे ने अपने पहले ही प्रयास में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की प्रतिष्ठित परीक्षा पास कर असाधारण उपलब्धि हासिल की है। धूप में बकरियां चराकर बचपन बिताने वाले बिरुदेव ने ऑल इंडिया 551वीं रैंक हासिल की है, और अब वह भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी बनने जा रहे हैं।

बिरुदेव की इस सफलता के पीछे एक प्रेरणादायक कहानी है। कुछ समय पहले बिरुदेव का मोबाइल फोन खो गया था, जिसकी शिकायत दर्ज कराने के लिए वह स्थानीय पुलिस स्टेशन गए थे। हालांकि, पुलिस ने कथित तौर पर उनकी शिकायत (FIR) लिखने में आनाकानी की और उन्हें बिना मदद के वापस लौटना पड़ा।

पुलिस के इस रवैये ने बिरुदेव को अंदर तक झकझोर दिया। उसी क्षण उन्होंने ठान लिया कि वह खुद एक आईपीएस अधिकारी बनेंगे और व्यवस्था का हिस्सा बनकर बदलाव लाएंगे।

इस घटना के बाद, बिरुदेव ने पूरी लगन और दृढ़ संकल्प के साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। अपने पहले ही प्रयास में परीक्षा पास करके उन्होंने न सिर्फ अपना बल्कि अपने पूरे गांव और समुदाय का नाम रोशन किया है। उनकी यह कहानी उन सभी युवाओं के लिए एक बड़ा उदाहरण है जो मुश्किल परिस्थितियों में भी बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का हौसला रखते हैं।