All India tv news। उत्तराखंड के अतिथि शिक्षक लंबे समय से सुरक्षित भविष्य और वेतन वृद्धि की मांग को लेकर संघर्षरत हैं। पिछले साल 15 दिनों के आंदोलन के बाद सरकार ने 60 दिनों में समाधान का आश्वासन दिया था, लेकिन वादे पूरे नहीं हुए। अब हालात यह हैं कि अतिथि शिक्षकों का शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन सत्र का वेतन भी काटा जा रहा है।
अतिथि शिक्षकों के फैसले के मुख्य बिंदु :-
केवल मूल विषय पढ़ाएंगे : सरकार की बेरुखी से आहत अतिथि शिक्षकों ने निर्णय लिया है कि वे अब केवल अपने मूल विषय का ही अध्यापन कार्य करेंगे।
अन्य जिम्मेदारियां नहीं निभाएंगे : वे कक्षा अध्यापक की जिम्मेदारी, अन्य विषय पढ़ाना या गैर शैक्षिक गतिविधियों जैसे बोर्ड ड्यूटी में शामिल नहीं होंगे।
जून माह का वेतन नहीं मिला : जून माह का वेतन न मिलने के बावजूद अतिथि शिक्षकों ने चुनाव ड्यूटी पूरी निष्ठा से निभाई, लेकिन फिर भी उन्हें निराशा हाथ लगी।
अल्मोड़ा में अतिथि शिक्षकों की पीड़ा : अल्मोड़ा के अतिथि शिक्षकों ने पंचायत चुनाव से पहले जिला अधिकारी आलोक कुमार पांडे से मुलाकात की, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन दिया गया।